भोपाल (महामीडिया) लोकनृत्यों, सुरीली धुनों और गीतों से 33वें लोकरंग समारोह की शाम महक उठी। यहां मध्यप्रदेश के गोंड जानजाति का करमा नृत्य व गणगौर, तमिलनाडु का डमी हार्रा, झारखंड का मर्दानी झूमर, छत्तीसगढ़ का करमा नृत्य और तमिलनाडु का पिकॉक नृत्य यहां पेश किया गया। समारोह के तहत अंतरदेशीय प्रस्तुतियों के तहत अफ्रीका से आए कलाकारों ने अफ्रीकन एक्रोबेट और रसिया से आए कलाकारों ने समादन नृत्य व कैंडलेब्रा नृत्य की प्रस्तुति दी। रशियन कलाकारों ने समादन और कैंडलेब्रा नृत्य की प्रस्तुति दी। रशिया में पारंपरिक अवसरों पर किए जाने वाले इस डांस की प्रस्तुति के दौरान दोनों महिला कलाकारों ने सिर पर कैंडल रखकर नृत्य पेश किया। यह पहला मौका था जब भोपाल में इस डांस का आयोजन हुआ। अफ्रीका के कलाकार जोसफ जानी, इसाक मॉरा, जॉन जेगा और सैम्युल वॉवेरू ने फायर प्रॉप्स, रिंग जम्बलिंग और पिरामिड के साथ जगलिंग करते हुए पूरी परफॉर्मेन्स दी। प्रस्तुति के दौरान कलाकारों ने अफ्रीकन जिम्नास्टिक के साथ हूप डाइविंग, च्विडिंग जिम्स और फायर लिम्बो की प्रस्तुति दी।