भोपाल (महामीडिया) वैदिक संस्कृति में किसी भी शुभ कार्य का प्रारंभ करने से पहले शुभ मुहूर्त देख्नने कि परंपरा है। मुहुर्त के हिसाब से कामकाज शुरू किया जाता है और उसके शुभाशुभ परिणाम का अंदाजा लगाया जाता है। शुभ मुहुर्त ग्रह, नक्षत्र, वार, तिथि और मास के हिसाब से तय किया जाता है, लेकिन कभी-कभी ऐसा भी होता है कि कुछ समय के लिए कुछ विशेष कार्यों
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